7) मां कालरात्रि
7) मां कामां कालरात्रि,माँ दुर्गा के 9 रूप,लरात्रि |
सातवां स्वरूप- मां कालरात्रि
महत्व :सातवां स्वरुप है मां कालरात्रि का। इन्हें तमाम आसुरिक शक्तियों का विनाश करने वाली देवी बताया गया है। ये देवी अपने उपासकों को अकाल मृत्यु से भी बचाती हैं। इनके नाम के उच्चारण मात्र से ही भूत, प्रेत, राक्षस और सभी नकारात्मक शक्तियां दूर भागती हैं। मां कालरात्रि की पूजा से ग्रह-बाधा भी दूर होती हैं।
पूजन मंत्र: एकवेणी जपाकर्ण, पूरा नग्ना खरास्थिता।
लम्बोष्ठी कर्णिकाकर्णी, तैलाभ्यक्तशरीरिणी।।
वामपादोल्लसल्लोह, लताकंटकभूषणा।
वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा, कालरात्रिभयंकरी।।
बीजमंत्र: क्लीं ऐं श्री कालिकायै नम:
पूजन विधि: स्नान आदि से निवृत होकर मां कात्यायनी का ध्यान करते हुए उन्हें लाल रंग के वस्त्र अर्पित करें। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मां को लाल रंग पसंद है। मां को स्नान कराने के बाद पुष्प अर्पित करें। मां को रोली कुमकुम लगाएं।
इसके बाद मिष्ठान, पंच मेवा, पांच प्रकार के फल अर्पित करें। हो सके तो शहद का भोग अवश्य लगाएं। मां कालरात्रि का अधिक से अधिक ध्यान करें। इसके बाद मां की आरती भी करें।
माता का प्रिय रंग: धार्मिक मान्यताओं के मां कालरात्रि को लाल रंग पसंद है।